अटलांटिक महासागर का रहस्यमयी संसार, 10 रोमांचक तस्वीरें
अटलांटिक महासागर पृथ्वी की 20 फीसदी सतह पर फैला हुआ है और प्रशांत महासागर के बाद दुनिया
का दूसरा सबसे बड़ा महासागर है। पृथ्वी पर उत्तरी ध्रुव में आर्कटिक से लेकर
दक्षिण अमरीका, यूरोप और
अफ्रीका तक फैले इस सागर के ज्वालामुखियों, जीव-जंतुओं और समुद्रतट की दुनिया बहुत रहस्यमयी है।
अटलांटिक महासागर में तीन मीटर चौड़ी मोबुला और बाराकुडा
मछलियां पोषणयुक्त पानी में अपने भोजन की तलाश में 1000 मीटर (3280 फीट) नीचे तक पहुंच जाती हैं।
इस विशाल महासागर को रहस्यमयी माना जाता है इसके पानी के
शानदार प्रवाह, नाटकीय अंडरवाटर
ज्वालामुखियों और वन्य जीवों के विविधरंगी संसार के कारण। अटलांटिक महासागर की कुछ
वनस्पतियां खुद से चमकती हैं क्योंकि यहां तो सूर्य की रोशनी नहीं पहुंचती है। उपर
की तस्वीर में इन वनस्पतियों के रंग को देखिए, अल्ट्रावायलेट रंग की चमक बिलकुल प्राकृतिक है।
टारपोन नाम की यह समुद्री मछली अपने शिकार पर तूफानी गति से
हमला करती है। शिकार पर यह करीब 64 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हमला करती है। यह बड़े आकार की
मछली है। इसकी लंबाई अमूमन 2.5 मीटर की होती है।
नार्दन लाइट्स की इस तस्वीर को देख कर चौंकिए नहीं। यह
अटलांटिक महासागर में नहीं देखी जा सकती है। उत्तरी ध्रुव के आसमान में ही यह नजर
आती है। दरअसल विद्युतीय आवेशित कणों के पृथ्वी के वायुमंडल और चुम्बकीय क्षेत्र
में आने पर होने वाली टक्कर से यह रोशनी पैदा होती है। बहरहाल, यह तस्वीर आकर्टिक नॉर्वे से ली गई है
जो अटलांटिक महासागर से सटा हुआ है।
'अटलांटिक - द
वाइल्डेस्ट ओशन ऑन अर्थ' कार्यक्रम बनाने में शामिल कैमरामैन रोजर होरोक्स ने एजोरेक्स
द्वीप पर खतरनाक व्हेल को कुछ इस अंदाज में अपने कैमरे में कैद किया। व्हेल
सिलिंडर वाले आकार के होने और शानदार तैराक होने के चलते अटलांटिक महासागर के
विशाल दायरे तक सफर कर लेती हैं।
अटलांटिक महासागर के इलाकों में काले और सफेद रंग का पक्षी
इम्पीरियल शैग पाया जाता है, जो अपने शिकार के लिए पानी में गोता भी लगा सकता है। इसके
शरीर पर कोई चर्बी नहीं होती है। पांव बेहद मजबूत होते हैं जबकि पैर झिल्लीदार
होते हैं।
इस तस्वीर में व्हेल अपने बच्चे के साथ आराम की मुद्रा में
दिखाई दे रही है। यह तस्वीर डोमेनिक रिपब्लिक के सिल्वर बैंक के शांत जल की है।
सिल्वर बैंक काफी मशहूर है। यहां शताब्दियों पहले कई स्पेनिश जहाज डूब गए थे।
मिड-अटलांटिक रिज पृथ्वी पर पर्वतों की सबसे लंबी श्रृंखला के
लिए मशहूर है। इस तस्वीर में कैमरामैन रोजर होरोक्स एजोरा द्वीप समूह के पास से
गुजरने वाली मछलियों का वीडियो बना रहे हैं।
यह फॉल्कलैंड द्वीप समूह पर समुद्री शेरों की तस्वीर है। ये
शेर पानी के अंदर पेंगुइन का पीछा करने में भी सक्षम हैं।
मध्य अटलांटिक महासागर में पश्चिमी अफ्रीका के तट से करीब 570 किलोमीटर दूसर केप वर्डे स्थित है। यह 10 ज्वालामुखीय द्वीपों का देश है। यहां
के मछुआरे अपने प्लास्टिक की नावों में मछली पकड़ने के लिए अटलांटिक महासागर में
निकलते हैं।
साभार अमरउजाला