भूलना नहीं,
कागज कलम
जब भी कोई चीज याद रखने की बात होती है, तो टाइप किए हुए शब्दों की बजाय पेन से लिखे गए नोट्स लंबे समय तक दिमाग में बने रहते हैं। लेकिन, अब लैपटॉप, टैबलेट और स्मार्टफोन जैसे तमाम गैजेट्स हमारी जिंदगी का हिस्सा चुके हैं। डॉक्युमेंट बनाने से लेकर ईमेल भेजने और कोई महत्वपूर्ण ड्राफ्ट तैयार करने में इन गैजेट्स का इस्तेमाल खूब होता है। वहीं, कागज कलम का इस्तेमाल कम हो रहा है। हालांकि, इतने भर से पेन की अहमियत कम नहीं हो जाती। एक रिसर्च के मुताबिक इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की बजाय पेन से लिखा हुआ ज्यादा लंबे समय तक याद रहता है। शोधकर्ताओं के अनुसार लैपटॉप का बहुत ज्यादा इस्तेमाल करना अकादमिक परफॉर्मेंस को नुकसान पहुंचा सकता है। साइकोलॉजिकल साइंस जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक कंप्यूटर यूजर्स की परफॉर्मेंस कई बुनियादी मामलों में बेहद कमजोर होती है। इसलिए, अगर आप किसी चीज को भुलाना नहीं चाहते, तो बेहतर होगा कि उसे कागज पर लिख डालें। अमेरिकी मनोवैज्ञानिकों के मुताबिक नोट्स बनाकर पढ़ने वाले छात्रों की यादाश्त ज्यादा बेहतर होती है और उन्हें दूसरे छात्रों के मुकाबले विषय की बेहतर समझ होती है। प्रिंसटन यूनिवर्सिटी की प्रमुख शोधकर्ता पाम म्युलर के मुताबिक जिन छात्रों ने नोट्स बनाने के लिए पेन का इस्तेमाल करते हैं, उन्हें लंबे समय तक अपना पाठ याद रहता है। अगर आप भी चाहते हैं कि आपकी यादाश्त तरोताजा बनी रहे, तो कागज और कलम उठाने में देर न करें।
जब भी कोई चीज याद रखने की बात होती है, तो टाइप किए हुए शब्दों की बजाय पेन से लिखे गए नोट्स लंबे समय तक दिमाग में बने रहते हैं। लेकिन, अब लैपटॉप, टैबलेट और स्मार्टफोन जैसे तमाम गैजेट्स हमारी जिंदगी का हिस्सा चुके हैं। डॉक्युमेंट बनाने से लेकर ईमेल भेजने और कोई महत्वपूर्ण ड्राफ्ट तैयार करने में इन गैजेट्स का इस्तेमाल खूब होता है। वहीं, कागज कलम का इस्तेमाल कम हो रहा है। हालांकि, इतने भर से पेन की अहमियत कम नहीं हो जाती। एक रिसर्च के मुताबिक इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की बजाय पेन से लिखा हुआ ज्यादा लंबे समय तक याद रहता है। शोधकर्ताओं के अनुसार लैपटॉप का बहुत ज्यादा इस्तेमाल करना अकादमिक परफॉर्मेंस को नुकसान पहुंचा सकता है। साइकोलॉजिकल साइंस जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक कंप्यूटर यूजर्स की परफॉर्मेंस कई बुनियादी मामलों में बेहद कमजोर होती है। इसलिए, अगर आप किसी चीज को भुलाना नहीं चाहते, तो बेहतर होगा कि उसे कागज पर लिख डालें। अमेरिकी मनोवैज्ञानिकों के मुताबिक नोट्स बनाकर पढ़ने वाले छात्रों की यादाश्त ज्यादा बेहतर होती है और उन्हें दूसरे छात्रों के मुकाबले विषय की बेहतर समझ होती है। प्रिंसटन यूनिवर्सिटी की प्रमुख शोधकर्ता पाम म्युलर के मुताबिक जिन छात्रों ने नोट्स बनाने के लिए पेन का इस्तेमाल करते हैं, उन्हें लंबे समय तक अपना पाठ याद रहता है। अगर आप भी चाहते हैं कि आपकी यादाश्त तरोताजा बनी रहे, तो कागज और कलम उठाने में देर न करें।