Sunday, December 22, 2013


हैपी न्यू इयर: कॉपी 1947, पेस्ट 2014
नवभारत टाइम्स | Dec 22, 2013, 05.02AM IST


अगर आप मस्ती और पार्टी के साथ नए साल का स्वागत करने के लिए तैयार हैं, तो उसमें थोड़ा जज्बा, जोश और बदलाव के जुनून की चाशनी भी मिला लीजिए। कैलेंडर में 2014 की एंट्री महज साल की संख्या बढ़ाना ही नहीं है बल्कि 'आजादी' के साल के इस्तकबाल का मौका भी आपके पास है। नए साल का कैलेंडर हू-ब-हू वैसा ही है, जैसा आजादी के साल यानी 1947 का कैलेंडर था।

2014 में तारीख से लेकर दिन तक ठीक 1947 जैसे ही हैं। मसलन तब भी साल की शुरुआत बुधवार से हुई थी और इस बार भी। साल तब भी शुक्रवार को खत्म हुआ था और इस बार भी खत्म हो रहा है। शुक्रवार, 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजों को सत्ता से बेदखल कर लाल किले पर आजादी का झंडा फहराया गया था। संयोग है कि इस बार भी शुक्रवार को ही स्वतंत्रता दिवस मनेगा।

खास बात यह है कि यह चुनावी साल है और मतदाता लगातार अपने अंदाज से राजनीति के पंडितों को चौंका रहे हैं। कैलेंडर एक जैसे होने से त्योहारों की तिथियां एक जैसी नहीं होगी। त्योहार आम तौर पर हिंदी और इस्लामिक कैलेंडर के आधार पर तय होते हैं।
हालांकि अंग्रेजी कैलेंडर का वीकेंड 47 सरीखा ही होगा।
वैसे ट्रेंड देखें तो 6 से 11 साल में अंग्रेजी कैलेंडर में दोहराव की प्रवृत्ति दिखती है। 1997 और 2003 के कैलेंडर भी नए साल जैसे ही थे और आगे भी 2025 और 2031 के कैलेंडर में दिन व तारीख 2014 जैसे ही होंगे। फिलहाल सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर कैलेंडर को लेकर चर्चा और बहस का दौर खूब चल रहा है। कोई अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से इसे जोड़ रहा है तो कोई महंगाई और भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन और बदलाव के रूप में।

छुट्टियों की जुगलबंदी
 
नए साल में छुट्टियों की जुगलबंदी भी अच्छी है। इस साल 17 मार्च को होली पड़ रही है। उस दिन सोमवार है। ऐसे में वीकेंड के साथ मिलकर तीन दिन की छुट्टी होली पर रहेगी। 15 अगस्त शुक्रवार को है, ऐसे में जश्न की खुमारी मिटाने के लिए अगले दो दिन छुट्टियों के ही होंगे। वहीं, क्रिसमस गुरुवार को है। बीच में एक दिन की छुट्टी लेकर चार दिन का टूर प्लान करने का पूरा मौका है।

 

prathamik shikshak

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