Saturday, May 6, 2017

कितनी भी कठिन परिस्थिति आए हार न मानें

कितनी भी कठिन परिस्थिति आए हार न मानें

एक आदमी का पसंदीदा गधा था। एक बार वह एक गहरे गढ्ढे में गिर गया। उस आदमी ने बहुत प्रयास किए उसे गढ्ढे से निकालने के। लेकिन वह इतना मुश्किल था कि वह हार मान गया। उसने सोचा कि वह उसे जिंदा दफना देगा।
तभी वह ऊपर से गधा पर मिट्टी डालने लगा। जैसे ही वह गधे के उपर मिट्टी डालता गधा हिलकर उसे नीते गिरा देता। ऐसा करते हुए दोपहर तक गधा गढ्ढे से उपर आ गया।

हमारे जीवन में भी कभी-कभी ऐसी परिस्थिति आती है जब हम हार मान जाते है। लेकिन हार न मानें प्रयास करते रहें। कोई न कोई रास्ता जरूर निकल जाएगा।

सोशल मीडिया से

prathamik shikshak

pathak diary